रिश्ते में अहंकार की भावना को खत्म करने के लिए अपनाए ये नीतियां

Khelo Haryana, New Delhi: अपनी नीतियों में चाणक्य ने रिश्तों को सुधारने के लिए कुछ ऐसी बातें लिखी थी जिसकी प्रासंगिकता आज भी मानी जाती है. यदि आपके प्रेम संबंधों में किसी प्रकार की खटास आ गई हैं तो चाणक्य की इन बातों को जरूर जान लें.
चाणक्य का मानना था कि कोई भी रिश्ता भरोसे और इज्जत पर टिका होता है. जो व्यक्ति अपने पार्टनर या साथी का सम्मान नहीं करता है उनके रिश्ता ज्यादा लंबा नहीं चलता है. किसी भी व्यक्ति की अगर आप बार-बार समाज में बेइज्जती करते हैं तो उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुचंता है, जो रिश्तों के खराब होने का कारण बन जाता है.
चाणक्य के अनुसार जिस रिश्ते में अहंकार की भावना आ जाती है उसमें दरार आना स्वाभाविक है. अहंकार की भावना आने से रिश्तों की अहमियत खत्म होने लगती है जिसके कारण तनाव भी पैदा होने लगता है. कोशिश करें कि कभी भी रिश्तों में अहंकार न लाएं.
करियर की सफलता के लिए मजबूत रिश्ते और गठजोड़ बनाना महत्वपूर्ण होता है. चाणक्य ने भरोसेमंद व्यक्तियों का एक नेटवर्क विकसित करने की सलाह दी है जो आपका समर्थन और मार्गदर्शन कर सकें. समान विचारधारा वाले लोगों के साथ सहयोग बनाना, गठजोड़ करना और सहकर्मियों और वरिष्ठों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने से जीवन में नए अवसर मिलते हैं.