घर के मुखिया में होने चाहिए 5 गुण, परिवार हमेशा रहेगा खुशहाल
राजनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में कहा है कि हमें जीवन जीने के लिए सफलता के राह पर चलना चाहिए तभी हम अपने जीवन को खुशहाल बना सकते है। जिससे हमारा संकट का समय निकल जाऐगा।

Khelo Haryana, New Delhi: प्रसिद्ध कूटनीतिज्ञ और राजनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र की रचना की है और इसके जीवन जीने के कई रहस्य बताए हैं। आचार्य चाणक्य के नीतिशास्त्र में कई ऐसी नीतियों का जिक्र किया गया है जो कि आपको सफलता की राह तक ले जाती हैं। आचार्य चाणक्य ने घर के मुखिया के बारे में भी विस्तार से चर्चा की है और एक समझदार पारिवारिक मुखिया के गुणों के बारे में जिक्र किया है। आचार्य चाणक्य के अनुसार घर के मुखिया में यदि ये विशेष गुण न हो तो घर में खुशहाली नहीं रहेगा।
पैसे की बचत
आचार्य चाणक्य के अनुसार घर के मुखिया को पैसे की बचत करते आना चाहिए। घर के मुखिया की जिम्मेदारी है कि वह पैसे की बचत करे ताकि भविष्य में जरूरत के समय उसे किसी के आगे हाथ न फैलाना पड़े। संकट का समय बगैर किसी परेशानी के निकल जाए।
बार-बार फैसले न बदले
आचार्य चाणक्य के अनुसार परिवार तरक्की तभी करता है, जब घर का मुखिया एक बार जो फैसला ले ले, उस पर पूरा परिवार सहमत हो और आगे बढ़े। ऐसे में परिवार के मुखिया को सोच समझ कर कोई भी फैसला लेना चाहिए और एक बार जो फैसला ले लें तो उसे बार-बार बदलना नहीं चाहिए।
छोटी-छोटी बातों पर ध्यान न दें
आचार्य चाणक्य के मुताबिक घर के मुखिया को किसी भी बात पर बिना प्रमाण के भरोसा नहीं करना चाहिए। घर के मनमुटाव हो तो दोनों ही पक्षों की बातों सुननी चाहिए। कोई भी फैसला लेते समय किसी पक्ष की अवहेलना नहीं होनी चाहिए।
निर्णय लेते समय सावधानी
आचार्य चाणक्य के अनुसार घर का मुखिया जब भी कोई निर्णय ले उसे इस बात का भरोसा होना चाहिए कि उसके निर्णय से परिवार के किसी भी सदस्य को कोई हानि नहीं पहुंचेगी। फैसला लेते समय परिवार के भावनात्मक पहलू का भी ध्यान रखना चाहिए।
खर्चे पर नियंत्रण
आचार्य चाणक्य ने कहा है कि परिवार के मुखिया को घर के खर्चों पर भी नियंत्रण रखना चाहिए। यदि घर का मुखिया ऐसा नहीं करता है तो उसे आर्थिक संकट झेलना पड़ सकता है।