जिस व्यक्ति के पास होते है ये गुण वही कहलाता है बुद्धिमान व्यक्ति, जानें चाणक्य नीति

Khelo Haryana, New Delhi: चाणक्य एक शिक्षक, दार्शनिक, अर्थशास्त्री और राजनेता थे जिन्होंने भारतीय राजनीतिक ग्रंथ, 'अर्थशास्त्र' लिखा था। उन्होंने मौर्य वंश की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एक गरीब ब्राह्मण परिवार में जन्मे, चाणक्य की शिक्षा तक्षशिला (अब पाकिस्तान में) में हुई, जो भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित शिक्षा का एक प्राचीन केंद्र है। वह अर्थशास्त्र, राजनीति, युद्ध रणनीतियों, चिकित्सा और ज्योतिष जैसे विभिन्न विषयों में गहन ज्ञान रखने वाले एक उच्च शिक्षित व्यक्ति थे। इसी क्रम में आचार्य चाणक्य ने एक नीतिशास्त्र की रचना की जिसमें उन्होंने कई ऐसी बातों का जिक्र किया है जो मनुष्य की सफलता का कारक बनता है। उन्हीं नीतियों में इस बात का भी जिक्र है कि आप जिसके साथ उठते-बैठते हैं, वह आपकी जिंदगी में बहुत असर डालता है। आइए जानते हैं आचार्य चाणक्य ने बुद्धिमान व्यक्ति के क्या संकेत दिए हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो लोग बड़ों का सम्मान और उनकी बातों का पालन करते हैं वे बुद्धिमान होते हैं। इस प्रकार के लोग दूसरों में प्यार ढूंढते हैं। ऐसे लोगों को दूसरों में काभी कोई कमी नजर नहीं आती क्यूंकी वह स्वयं ही अच्छे इंसान होते हैं।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो लोग साहसी होते हैं, अपने लक्ष्य की ओर समर्पित रहते हैं। जो व्यक्ति सफलता के लिए सही समय पर सही कदम उठाते हैं, वे बुद्धिमान लोगों की श्रेणी में आते हैं।
चाणक्य के नीतिशास्त्र के अनुसार बुद्धिमान लोग हमेशा टीम वर्क में विश्वास रखते हैं, इसलिए इन्हें हर काम में सफलता मिलती है।
चाणक्य के अनुसार, बुद्धिमान लोगों की तर्कक्षमता दूसरों से ज्यादा होती है। अपने अध्ययन के बल पर वह विद्वानों को भी परास्त कर सकता है।
बुद्धिमान लोग दूसरों को बिन मांगी सलाह कभी नहीं देते। क्योंकि वे जानते हैं कि आम व्यक्ति किसी भी मुफ्त की चीज़ को बेकार समझते हैं और उस मुफ्त की चीज़ को गम्भीरता से नहीं लेते।