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land acquisition: हरियाणा में 400 एकड़ में बनेगी IMT, जमीन अधिग्रहण प्रकिया शुरू

IMT will be built on 400 acres in Haryana हरियाणा में जल्द ही 400 एकड़ जमीन पर इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप ( आइएमटी ) स्थापित करने का काम शुरू होने वाला है। जिसको लेकर जमीन अधिग्रहण (land acquisition ) के लिए किसानों से आवेदन लिए ले जा रहे है। 
 
land acquisition Project: हरियाणा में 400 एकड़ में बनेगी IMT, जमीन अधिग्रहण प्रकिया शुरू

Khelo Haryana, ऑनलाइन डेस्क हरियाणा, हरियाणा के अंबाला (ambala IMT) शहर में इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप ( आइएमटी ) स्थापित करने की कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके लिए अंबाला-हिसार रोड (Ambala Hisar Road) पर जमीन अधग्रिहण (land acquisition ) करने की प्रक्रिया चल रही है। एक पोर्टल के जरिए आईएमटी (IMT) के लिए जमीन देने वाले किसानों से आवेदन मांगे जा रहे हैं। काफी किसान आईएमटी (Ambala IMT Project)  के लिए अपनी जमीन देने के लिए आवेदन भी कर चुके हैं। प्रशासन की ओर से जल्द ही अधिकारिक तौर पर इसका पूरा ब्यौरा सार्वजनिक करने की बात कही जा रही है। योजना के लिए शुरूआत में 400 एकड़ जमीन अधग्रिहण करने का लक्ष्य रखा गया है।

राज्य सरकार ने दी थी मंजूरी
कुछ समय पहले ही सीएम मनोहर लाल (CM Manohar Lal) ने अंबाला शहर में आईएमटी (Ambala IMT) स्थापित करने की घोषणा की थी। हालांकि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने भी अंबाला में आईएमटी स्थापित करने का ऐलान किया था। इसके लिए अंबाला-नारायणगढ़ रोड (Ambala-Narayangarh Road) पर जमीन अधग्रिहण करने की कार्रवाई भी शुरू हो गई थी।

तत्कालीन मंत्री विनोद शर्मा ने सबसे पहले यहां आइएमटी स्थापित करने की मांग की थी। योजना को मंजूरी के बाद किसानों ने इसका विरोध किया था। तब पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा भी अपनी ही सरकार के खिलाफ योजना के विरोध को लेकर मैदान में कूद गई थी। तब उनका तर्क था कि वे आईएमटी की विरोधी नहीं है। आईएमटी उपजाउ जमीन की बजाय बंजर जमीन पर स्थापित होनी चाहिए। उनका कहना था कि पंजोखरा व आसपास की जमीन उपजाउ है। बढ़े विरोध के बाद सरकार ने योजना को वापिस ले लिया था। कांग्रेस से अलग होने के बावजूद पूर्व मंत्री विनोद शर्मा लगातार आईएमटी के मुद्दे को उठाते रहे हैं। खुद सीएम मनोहर लाल के आईएमटी की घोषणा के बाद उन्होंने उनका आभार भी जताया था।


आईएमटी स्थापित हुई तो खुलेंगे रोजगार के अवसर

अभी आईएमटी (IMT)  के लिए जमीन अधग्रिहण  की प्रक्रिया चल रही है। किसान भी अपनी जमीन देने के लिए दिलचस्पी दिखाई दे रहे हैं। मगर अभी सरकार की ओर से आईएमटी की पूरी प्रक्रिया किसानों के सामने पेश नहीं की गई। ज्यादातर किसानों को यह बात मालूम नहीं कि अधग्रिहण होने वाली जमीन की एवज में उन्हें कितना मुआवजा मिलेगा। यह बात सार्वजनिक होने के बाद ही आईटीएम का रास्ता साफ हो जाएगा। हालांकि यह पूरी तरह स्पष्ट है कि अगर यहां आईएमटी स्थापित हुई तो युवाओं के रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। अभी तोयहां के युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे शहर व विदेशों की ओर दौड़ लगानी पड़ रही है।

आईएमटी की वजह से मिलेगी नई पहचान

आईएमटी स्थापित होने के बाद अंबाला शहर को नई पहचान मिलेगी। कई बड़े कंपनियां यहां अपना कारोबार स्थापित करेंगी। रोजगार के साथ ही पूरे एरिया में तरक्की के नए आयाम स्थापित होंगे। अभी तक अंबाला में ऐसी कोई इंडस्ट्री नहीं है जिसकी वजह से युवाओं को आपार रोजगार मिल सके। पहले अंबाला में मक्सिी इंडस्ट्री के साथ साइंस की छोटी छोटी इंडस्ट्रीज थी। मगर बदले हालात में दोनां इंडस्ट्रीज खत्म होने के कगार पर है। मक्सिी इंडस्ट्रीज तो यहां से पूरी तरह से सिमट चुकी है। साइंस का भी कारोबार निरंतर सिमट रहा है। ऐसे में अब आईएमटी इलाके के लिए संजीवनी साबित हो सकती है।

 

क्रेडिट लेने की चल रही है होड़

अंबाला शहर में आईएमटी प्रोजेक्ट का ऐलान सीएम मनोहर लाल कर चुके हैं। पिछले कुछ समय से इसका क्रेडिट लेने की होड़ चल रही है। इसमें कोई शक नहीं कि पूर्व मंत्री विनोद शर्मा लंबे समय से यहां आईएमटी स्थापित करने की मांग कर रहे हैं। उनके बेटे राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने भी इस मुद्दे को उठाया है। भाजपा सरकार ने इस योजना को मंजूरी दी है। इसी वजह से अब भाजपा के नुमाइंदे योजना का श्रेय लेने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। फिलहाल प्रयास किसी का भी हो लेकिन अगर यहां आईएमटी स्थापित हुई तो फायदा पूरे इलाके की जनता को होगा।